सोनभद्र ।द्वितीय काशी-दक्षिणकाशी स्थित देवाधिदेव की नगरी शिवद्वारगुप्त काशी परिक्षेत्र में जनकपुर मिथिला नगरी में राम सीता विवाह की कथा सुनाई अमरकंटक से आये प्रवाचक राघवेन्द्र आचार्य ने। वैवाहिक प्रसंग पर पुष्प वाटिका में श्रीराम के जाते हुए “निरखहिं राम रूप अनुरागी” विषय पर विस्तृत चर्चा की। सीता की सखियों की आपसी परिचर्चा भी उधृत की और मनोविनोद के संदर्भों की भी बखूबी उकेरा। “राम को रूप निहारति जानकी कंगन