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दिल्ली से सटे नोएडा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मकान मालिक ने किरायेदार के कमरे में आग लगा दी. इस आग के कारण किरायेदार की पत्नी और दो बच्चे झुलस गए. तीनों घायलों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, पुलिस का कहना है की किरायेदार का बयान गलत है और मकान मालिक के घर में आग लग गई थी. पुलिस का कहना है की मकान मालिक ने आग नहीं लगाई.
मामला नोएडा के गेझा गांव का है. पीड़ित किरायेदार ने दोबारा पुलिस के अधिकारियों को शिकायत दी है कि पुलिस द्वारा उस पर फैसले का दबाव बनाया जा रहा है. इस पर थाना फेस टू थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित के आरोप गलत हैं. ग्राम गेझा में मेद सिंह के मकान में आग लग गई थी, जिससे उसके मकान में किराए पर रह रही एक महिला और दो बच्चे आग की चपेट में आ गए थे.
इस मामले में आग में झुलसे किरायेदार महिला के पति ने ही मकान मालिक मेद सिंह के खिलाफ घर में आग लगाने और जान से मारने की लिखित शिकायत दी गई थी. इस मामले में 29 अप्रैल को धारा 307 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कराया गया था. फेस 2 थाना पुलिस ने 29 अप्रैल को ही घर में आग लगाने वाले मकान मालिक मेद सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
पति ने ये आरोप भी लगाया है की उसकी पत्नी कमरे में अकेली थी और मकान मालिक गलत इरादे से कमरे में घुसा था. जब वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुआ तो उसने आग लगा दी. हालांकि पुलिस का कहना है की किरायेदार और मकान मालिक का आपस में पैसे को लेकर कुछ विवाद चल रहा था, और जब छानबीन की गई तो पता चला की पति का आरोप गलत है. मेद सिंह ने ये आग नहीं लगाई है. फिलहाल महिला और दोनों बच्चों का इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है.
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