सोनभद्र । प्यासी है धरती सोनभद्र की जहां फैली है त्राहि-त्राहि पेयजल से स्नान – भोजन तक के लिए। “बिन पानी सब सून” के आलम चंहुओर दिखाई दे रहे हैं सोनभद्र में। ब्रिटिश राज्य में बुंदेलखंड और मीरजापुर का पानी के निस्बत सर्वे कराया था। सन 1837 में हुई सर्वे रिपोर्ट में यह नतीजा सामने आया था कि बुंदेलखंड और मीरजापुर के दक्षिणी भूभाग दोनों के हालात एक जैसे हैं,