GNS news.इनकी चर्चा करते तो खतरे में पड़ जाते उनके स्वघोषित धर्मनिरपेक्षता के नकली सिद्धांत. इनके बारे में बताते तो उनके आका हो जाते नाराज जिनकी चाटुकारिता के उन्हें पैसे मिलते थे. इनका सच दिखाते तो इतिहास काली स्याही का नहीं बल्कि स्वर्णिम रंग में होता. इनका जिक्र करते तो समाज मे न तो लव जिहाद होता और न ही धर्मांतरण और ये सब न होता तो उनकी दुकानदारी न