इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर विराजे ’भगवान गणेश 17 सितंबर तक भक्तों के बीच रहेंगे। अनंत चतुर्दशी पर बप्पा की प्रतिमाओं को विसर्जित करने के साथ ही इस महोत्सव का समापन हो जाएगा। शास्त्रों में न केवल गणपति बल्कि उनकी सवारी मूषक यानी चूहे को भी बहुत पूजनीय माना गया है।’’गणेश जी को बुद्धि और तीव्र समझ वाला देवता माना जाता है. चूहा भी ऐसा ही तीव्र बुद्धि वाला जीव