(जी.एन.एस) ता. 15 बारहवें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में पुनर्संतुलन हो रहा है और “वह युग पीछे छूट गया है जब प्रगति का मानक पश्चिमीकरण को माना जाता था।” उन्होंने कहा, ‘‘अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में धीरे-धीरे व्यापक बहु-ध्रुवीयता उत्पन्न हो रही है और अगर तेजी से विकास करना है तो यह आवश्यक है कि सांस्कृतिक पुनर्संतुलन भी हो।” जयशंकर यहां बारहवें विश्व हिंदी सम्मेलन के