रायबरेली | आध्यात्मिक त्रिदिवसीय पर्व मानस संत सम्मेलन के द्वितीय दिवस के अवसर पर जगतद्गुरू स्वामी रामदिनेशाजी महाराज काशी एवं हरिधाम पीठाधीश्वर अयोध्या धाम ने अपने प्रवचन में पारिवारिक शिक्षा, सामाजिक शिक्षा के साथ ही ज्ञान कर्म, उपासना आदि विषयों पर विस्तार से श्रोताओं केा बताया जतद्गुरू ने कहा कि सुख समृद्धि और वैभव की राजधानी अयोध्या धाम में ज्ञान रूपी माता कौशल्या, कर्म रूपी माता केकई और उपासना रूप