जबलपुर, 23 जुलाई। पनागर विधानसभा क्षेत्र की सीमा में शामिल जबलपुर शहर के चार नये मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक का आज मंगलवार को लोकार्पण किया गया। पनागर विधायक श्री सुशील कुमार तिवारी इंदु ने इमलिया में आयोजित समारोह में इन चारों मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक का एक साथ लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को विटामिन ए का घोल पिलाकर जिले में स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान के प्रथम चरण की शुरुआत भी की। समारोह में जिले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा भी उपस्थित थे।
विधायक पनागर श्री सुशील कुमार तिवारी इंदु द्वारा नगर निगम जबलपुर के गुरु गोविंद सिंह वार्ड के अंतर्गत इमलिया स्थित संजीवनी क्लीनिक के साथ आम जनता को समर्पित संजीवनी क्लीनिक में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद वार्ड के अंतर्गत कुदवारी, शहीद बिरसा मुंडा वार्ड के अंतर्गत बघेली तथा संत रविदास वार्ड के अंतर्गत सीओडी कॉलोनी में नवनिर्मित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक शामिल हैं।
लोकार्पण के बाद इन चारों मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक से क्षेत्रीय जनता को स्वास्थ्य सुविधा मिलना प्रारंभ हो गई है।
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुये विधायक श्री तिवारी ने एक साथ चार मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक की शुरुआत को बड़ी सौगात बताया और इसके लिये आम नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की सरकार लगातार जनता के हित में फैसले ले रही और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर रही है। पहले लोगों को उपचार के लिये दूर अस्पताल तक जाना होता था, लेकिन अब स्वास्थ्य संस्थाओं को ही जनता के करीब लाया जा रहा है।कार्यक्रम में एमआईसी सदस्य डॉ सुभाष तिवारी, क्षेत्रीय पार्षद श्रीमती गार्गी यादव, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ विनोद गुप्ता तथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान का शुभारंभ :-विधायक श्री सुशील कुमार तिवारी इंदु ने इमलिया में आयोजित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के लोकार्पण समारोह में बच्चों को विटामिन ए का घोल पिला कर स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ भी किया। राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में 22 जुलाई से 16 सितंबर तक स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान संचालित किया जाएगा।
“डायरिया की रोकथाम, साफ-सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान” की थीम पर चलाये जा रहे दस्तक अभियान के तहत जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर कुपोषण, एनीमिया, निमोनिया, डिहाईड्रेशन और संक्रमण की पहचान त्वरित उपचार एवं आवश्यकता अनुसार रेफरल के साथ साथ विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर दस्तक देकर 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान की जायेगी। उनका त्वरित प्रबंधन किया जायेगा एवं आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य संस्थाओं को रेफर किया जायेगा।
अभियान के अंतर्गत उच्च जोखिम वाले नवजात एवं शिशुओं का चिन्हांकन एवं रेफरल किया जायेगा, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में डिजिटल हेमोग्लोबिनोमीटर द्वारा एनीमिया की जांच की जाएगी तथा प्रोटोकॉल आधारित प्रबंधन किया जायेगा, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को आयु अनुरुप विटामिन ए का अनुपूरण होगा, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया व डायरिया की पहचान कर उपचार दिया जायेगा, 5 वर्ष से कम उस के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग नियंत्रण हेतु ओआरएस एवं जिंक टेबलेट वितरण होगा और इसके उपयोग हेतु सामुदायिक जागरुकता पैदा की जायेगी तथा समुदाय को समुचित शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाईश दी जायेगी।




















































































