झालावाड़, राजस्थान – शुक्रवार, 25 जुलाई 2025

राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। गांव के सरकारी स्कूल की एक पुरानी कक्षा की छत अचानक भरभराकर ढह गई, जिससे कई बच्चे मलबे में दब गए। हादसा सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ, जब स्कूल की कक्षाएं शुरू हो चुकी थीं और बच्चे पढ़ाई में व्यस्त थे।

हादसे में चार बच्चों की मौत की आशंका

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस दर्दनाक हादसे में चार बच्चों की मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि प्रशासन की ओर से अब तक इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए।

सीलन भरी पुरानी इमारत बनी हादसे की वजह

बताया जा रहा है कि यह स्कूल भवन काफी पुराना था और पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण इसकी छतों और दीवारों में सीलन आ गई थी। बावजूद इसके, स्कूल में नियमित रूप से कक्षाएं चलाई जा रही थीं। आज सुबह जब बच्चे अपनी कक्षा में बैठे थे, तभी अचानक छत गिर गई, जिससे बच्चे मलबे में दब गए।

रेस्क्यू अभियान जारी, जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया है। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में प्रशासन का सहयोग किया। स्कूल परिसर में मातम पसर गया है और कई महिलाएं अपने बच्चों की हालत देखकर रो-रोकर बेहाल हो गईं।

घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती, गंभीर को किया गया रेफर

हादसे में घायल हुए बच्चों को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। जिन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्रों (हायर सेंटर) के लिए रेफर किया गया है। प्रशासन ने अस्पताल स्टाफ को अलर्ट पर रखा है और एंबुलेंस की व्यवस्था तेज कर दी गई है।

जिम्मेदारी तय करने की मांग

गांव के लोगों और अभिभावकों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि प्रशासन और शिक्षा विभाग को पहले ही इस जर्जर भवन की मरम्मत करवानी चाहिए थी। बारिश के बाद भी भवन की सुरक्षा जांच नहीं करवाई गई, जो लापरवाही की ओर इशारा करती है।

शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन की टीम मौके पर

जिला कलेक्टर और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात का जायजा ले रहे हैं। पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और कहा जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।