पाँच दिवसीय कार्यक्रम में महिलाओं को प्राकृतिक खेती की दी गई विस्तृत जानकारी
जयपुर, 21 जुलाई।
जयपुर जिले में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के अंतर्गत आयोजित पाँच दिवसीय ‘कृषक सखी/सीआरपी प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का समापन 19 जुलाई को श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर में सफलतापूर्वक किया गया। यह प्रशिक्षण कृषि विभाग द्वारा प्रायोजित किया गया था, जिसमें महिलाओं को खेत में उपलब्ध संसाधनों से प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलराज सिंह ने प्रतिभागियों को खेत में जैविक संसाधनों के समुचित उपयोग और ज़हर मुक्त खेती के महत्व पर प्रेरणादायक संबोधन दिया। विशिष्ट अतिथि ईश्वर लाल यादव, अतिरिक्त निदेशक (कृषि विस्तार) जयपुर ने प्राकृतिक खेती को बीमारियों से बचाव और स्वास्थ्यवर्धक आहार का माध्यम बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. एस.आर. ढाका, निदेशक (प्रसार शिक्षा) ने कृषक सखियों से अपील की कि वे गाँवों में प्राकृतिक खेती को लेकर जागरूकता फैलाएं। भगवान सहाय यादव, उपनिदेशक कृषि एवं आत्मा परियोजना निदेशक, जयपुर ने कृषक सखियों की जिम्मेदारियों और ग्रामीण कृषि परिवर्तन में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
डॉ. सुरेश यादव, सहायक निदेशक कृषि (विस्तार), जोबनेर ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की रूपरेखा और इसके प्रभावों की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को रुद्र शिवम डेयरी भैराणा और कृषि विश्वविद्यालय की प्राकृतिक खेती इकाई का भ्रमण भी कराया गया।
इस मौके पर प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. बनवारी लाल आसिवाल, डॉ. रामावतार शर्मा, डॉ. रोशन चौधरी और कृषि अधिकारी दिनेश कुमावत सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।











































































































































































































































































































































































































































































































































































































