जयपुर।
देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल वर्ष 2027 तक था, लेकिन उन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने का ऐलान किया।

धनखड़ ने अपने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने लिखा कि वे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कैबिनेट और सांसदों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने भारत की उपलब्धियों पर गर्व भी जताया।

धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। उनके इस्तीफे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही में भी यह मुद्दा उठा, लेकिन धनखड़ मंगलवार को राज्यसभा नहीं पहुंचे।

इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि

गहलोत ने कहा कि धनखड़ हमेशा किसानों के पक्ष में आवाज उठाते रहे हैं और राजस्थान को उनके इस्तीफे से धक्का लगा है।

बताया जा रहा है कि धनखड़ ने अपने परिवार से सहमति के बाद इस्तीफा दिया है और वे अब विदाई भाषण भी नहीं देंगे

धनखड़ ने साल 2022 में देश के उपराष्ट्रपति का पद संभाला था।