जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने पौधारोपण कर की अभियान की शुरुआत
राजस्थान सरकार की पंच गौरव योजना के तहत जिला प्रशासन का अभिनव नवाचार
लिसोड़ा और आंवले के बहुआयामी महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास


जयपुर, 21 जुलाई।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में जयपुर जिला प्रशासन ने ‘पंच गौरव प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत सोमवार को वनस्पति प्रजाति एवं उपज संरक्षण व संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया। जिला कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने वनस्पति प्रजाति- लिसोड़ा एवं उपज- आंवला के पौधे लगाकर इस अभिनव अभियान की औपचारिक शुरुआत की।

इस अवसर पर डॉ. सोनी ने अभियान पर आधारित एक जानकारीवर्धक पुस्तिका का विमोचन भी किया, जिसमें लिसोड़ा एवं आंवले की उपयोगिता, औषधीय गुणों, आर्थिक महत्व और स्थानीय सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी जानकारियाँ दी गई हैं।

उद्देश्य और लक्ष्य

अभियान का मुख्य उद्देश्य एक जिला-एक वनस्पति प्रजाति (लिसोड़ा) और एक जिला-एक उपज (आंवला) की अवधारणा को साकार करते हुए जिले के पंच गौरव की पहचान को मजबूत करना है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने, हरित आवरण को प्रोत्साहन देने, तथा राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर इन प्रजातियों की पहचान स्थापित करने में मदद मिलेगी।

जिला कलक्टर ने बताया कि इस नवाचार से जिले को सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) तथा हरित बजट की अवधारणाओं को जमीन पर उतारने में सहयोग मिलेगा। लिसोड़ा एवं आंवला जैसे पौधों की बहुउपयोगिता, पोषण, औषधीय तथा व्यावसायिक महत्व को आमजन तक पहुँचाना भी इस अभियान का अहम हिस्सा है।

जिलेभर में हुआ व्यापक पौधरोपण

डॉ. सोनी के निर्देशानुसार जिले के सभी उपखंडों में जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने लिसोड़ा और आंवले के पौधों का सामूहिक रूप से पौधारोपण किया। यह पहल जन-सहभागिता एवं पर्यावरणीय जागरूकता को मजबूती देती है।

उल्लेखनीय उपस्थिति

कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्रीमती विनीता सिंह, (द्वितीय) श्री आशीष कुमार, (तृतीय) श्रीमती कुंतल विश्नोई, (चतुर्थ) श्री देवेन्द्र कुमार जैन, अतिरिक्त जिला कलक्टर (पूर्व) श्री गोपाल सिंह शेखावत, सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।