केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज

जयपुर, 14 जुलाई 2025।
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संगठन की जमीनी मजबूती के लिए जुट गई है। इसी क्रम में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने जिलेवार फीडबैक लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रविवार को उन्होंने नागौर और सीकर जिलों की बैठकें लेकर संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा की। यह कवायद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित जयपुर दौरे से पहले की जा रही है, ताकि पार्टी की स्थिति का स्पष्ट आकलन किया जा सके और जरूरी बदलाव किए जा सकें।

नागौर और सीकर रहे समीक्षा के केंद्र में

प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए स्थानीय नेतृत्व की सक्रियता और कार्यकर्ताओं की भागीदारी जरूरी है। नागौर और सीकर जिले राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माने जाते हैं। नागौर में जहां सांसद हनुमान बेनीवाल बीजेपी के सहयोगी रहते हुए अक्सर सरकार की आलोचना करते हैं, वहीं सीकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का गृह जिला है।

नागौर में हाल ही में खींवसर उपचुनाव में बीजेपी की जीत के बाद संगठन को नई ऊर्जा मिली है, लेकिन जिला संगठन में स्थायित्व अभी नहीं आ सका है। सीकर में भी कांग्रेस का प्रभाव मजबूत बना हुआ है। ऐसे में इन दोनों जिलों की समीक्षा को रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैठक में मौजूद रहे जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नेता

बैठकों में जिलों के वर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधि, पराजित प्रत्याशी, जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, बूथ स्तर के नेता और प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे। नेताओं ने संगठनात्मक स्थितियों, जनसंपर्क अभियानों, विकास कार्यों, प्रशासनिक सहयोग की स्थिति और आगामी चुनावी तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।

मुख्य बिंदु जिन पर रहा फोकस

  • जिला, मंडल व बूथ समितियों के गठन की समीक्षा
  • केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी
  • पार्टी के कार्यक्रमों और अभियानों की प्रगति
  • विपक्षी दलों की गतिविधियों का विश्लेषण
  • परिसीमन, पंचायत व निकाय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा
  • अफसरशाही की भूमिका और जनता तक योजनाओं की पहुंच
  • पौधारोपण अभियान को लेकर निर्देश

जिला नेताओं ने उठाई शिकायतें

बैठक के दौरान कुछ जिलों के नेताओं ने यह भी कहा कि कई बार जिला प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता और जनहित के कार्यों में अड़चनें आती हैं। इस पर प्रदेशाध्यक्ष ने भरोसा दिलाया कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं होगी और संगठन का सम्मान हर स्तर पर सुनिश्चित कराया जाएगा।

संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर जल्द निर्णय के संकेत

राठौड़ ने जिलों को जल्द कार्यकारिणी घोषित करने के निर्देश भी दिए, ताकि आगामी पंचायत व निकाय चुनावों में संगठन पूरी तरह से तैयार हो। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जहां संगठनात्मक नियुक्तियां लंबित हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरा किया जाएगा।