जयपुर, 20 जुलाई:
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। जयपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित ओबीसी प्रकोष्ठ की बैठक में गहलोत ने राम और जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर तीखे शब्दों में भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “राम हमारे हैं, लेकिन भाजपा ने उन पर कब्जा कर लिया है। हमारे लिए राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, भाजपा के लिए राम केवल एक राजनीतिक हथियार हैं।”
भाजपा को घेरा: “क्या हम हिंदू नहीं हैं?”
गहलोत ने भाजपा पर हिंदू धर्म की ठेकेदारी करने का आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा ऐसा माहौल बनाती है जैसे हिंदू केवल वही हैं। हमारे नेताओं के नाम में ‘राम’ है, भाजपा के कितने नेताओं के नाम में राम है?” उन्होंने भाजपा पर धार्मिक उन्माद फैलाकर वोट बटोरने का आरोप लगाते हुए कहा कि “राम के नाम पर आगजनी और दंगे करवाए जाते हैं, जबकि हमारे लिए राम आस्था और मर्यादा का प्रतीक हैं।”
जातिगत जनगणना पर जताई आशंका
गहलोत ने केंद्र सरकार पर जातिगत जनगणना को लेकर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “बिहार चुनाव से पहले जातिगत जनगणना की घोषणा कर दी गई, लेकिन लोगों को शक है कि चुनाव के बाद कोई ना कोई अड़ंगा जरूर डाला जाएगा। भाजपा और केंद्र सरकार की अब कोई साख नहीं रह गई है।”
उन्होंने दावा किया कि “राहुल गांधी ने सामाजिक न्याय की दिशा में जातिगत जनगणना की मुहिम चलाई है। मैं उन्हें एक सुधारक के रूप में देखता हूं। अब समय आ गया है कि ओबीसी समाज अपने हक के लिए एकजुट हो।”
‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ का नारा
पूर्व मुख्यमंत्री ने मंच से कांग्रेस का नया नारा “अभी नहीं तो कभी नहीं” देते हुए कहा कि ओबीसी वर्ग की एकजुटता ही बदलाव की कुंजी है। उन्होंने कांग्रेस के ओबीसी महासम्मेलन की तैयारी के लिए कार्यकर्ताओं से सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
25 जुलाई को दिल्ली में होगा ओबीसी महासम्मेलन
बैठक में यह घोषणा की गई कि 25 जुलाई को नई दिल्ली में कांग्रेस का ओबीसी महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर अब देशभर में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सम्मेलन में प्रतिष्ठित व जागरूक प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा, ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में समाज को जागरूक कर सकें।
अनिल जयहिंद का बयान: “अब लड़ाई सामाजिक और आर्थिक आज़ादी की”
बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रमुख अनिल जयहिंद ने कहा कि “कांग्रेस ने पहले देश को राजनीतिक आजादी दिलाई थी, अब हम वंचित तबकों को सामाजिक और आर्थिक आजादी दिलाने का संकल्प लेकर चल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की लड़ाई सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक अधिकारों के लिए है।











































































































































































































































































































































































































































































































































































































