जयपुर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त निदेशक कृषि, जयपुर खंड, श्री ईश्वर लाल यादव ने की।
इस कार्यशाला में एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के प्रशासनिक अधिकारी श्री धवल कुमार ने योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना प्राकृतिक आपदाओं जैसे ओलावृष्टि, चक्रवात, बाढ़, सूखा, कीट व रोग से किसानों को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2016 में शुरू की गई थी। योजना स्वैच्छिक है और ऋणी कृषक यदि इससे बाहर होना चाहें तो 24 जुलाई से पूर्व बैंक में सूचना देकर फसल परिवर्तन कर सकते हैं।
संयुक्त निदेशक कृषि श्री कैलाश चंद मीणा ने बीमा प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि फसल कटाई प्रयोग 100% ऑनलाइन संपादित किए जाएंगे।
कार्यशाला में कृषि विभाग, बैंक, सांख्यिकी विभाग, बीमा कंपनी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी शामिल हुए। आत्मा परियोजना निदेशक श्री भगवान सहाय यादव ने बैंकर्स को अधिक से अधिक किसानों को योजना से जोड़ने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी बताया कि ओलावृष्टि, चक्रवात या बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान होने की स्थिति में किसान 72 घंटे के भीतर ‘कृषि रक्षक पोर्टल’, हेल्पलाइन नंबर 14447 या ‘क्रॉप इंश्योरेंस ऐप’ के माध्यम से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। गैर ऋणी किसान जन सेवा केंद्र या ऐप से स्वयं बीमा करा सकते हैं।






















































































































