टोंक राजस्थान का प्रमुख जलस्रोत बीसलपुर बांध अब छलकने की कगार पर है। वर्तमान में बांध का जल स्तर 315.32 RL मीटर तक पहुंच गया है, जो कि इसकी पूर्ण भराव क्षमता 315.50 RL मीटर से महज 18 सेंटीमीटर दूर है। यह स्थिति राज्य के लिए राहतभरी खबर लेकर आई है, खासकर जयपुर, टोंक और अजमेर जिलों के लिए, जहां बीसलपुर बांध से ही पेयजल आपूर्ति होती है।

96.73% तक भर चुका है बांध

बांध में इस समय 96.73 प्रतिशत पानी भर चुका है, जो दर्शाता है कि यह अब लगभग पूरी तरह से भरने को तैयार है। हालांकि, बीते कुछ घंटों से पानी की आवक में कमी देखी गई है। पिछले 12 घंटों में सिर्फ 7 सेंटीमीटर पानी की आवक दर्ज की गई है। इसकी प्रमुख वजह है मानसून प्रणाली का कमजोर पड़ना, जिससे जल संग्रहण क्षेत्रों में बारिश की रफ्तार धीमी हो गई है।

त्रिवेणी नदी में भी उफान

बांध में पानी की आवक का एक बड़ा स्रोत त्रिवेणी नदी है, जो इस समय 3.20 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। हालांकि यह खतरे के निशान से नीचे है, फिर भी जल स्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है।

मंत्री सुरेश सिंह रावत का दौरा आज

बीसलपुर बांध की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत आज बांध का दौरा करने जा रहे हैं। वे सुबह 10 बजे बीसलपुर पहुंचकर जल स्तर, जल आवक और डिस्चार्ज की समीक्षा करेंगे। उनके दौरे के दौरान अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली जाएगी और संभावित जल निकासी की रणनीति पर भी चर्चा होगी।

जल संकट से राहत की उम्मीद

बीसलपुर बांध की स्थिति से यह संकेत मिल रहे हैं कि इस साल राज्य के प्रमुख शहरों को जल संकट से राहत मिल सकती है। करीब एक करोड़ से अधिक लोगों की प्यास बुझाने वाला यह बांध अब लगभग भर चुका है, जो आने वाले महीनों के लिए जल आपूर्ति को सुरक्षित करता है।

निगरानी और प्रबंधन जरूरी

बांध के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि वे लगातार जल स्तर और मौसम की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। अगर आवक में अचानक बढ़ोतरी होती है, तो सुरक्षा मानकों के अनुसार जल निकासी की जा सकती है ताकि डाउनस्ट्रीम इलाकों में कोई खतरा न बने।