वाराणसी, 18 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी में बिरसा मुंड संगोष्ठी’ के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कांवड़ यात्रा और मोहर्रम जुलूस पर चर्चा करते हुए कहा कि आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली कांवड़ यात्रा में शामिल कांवड़ि़यों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना गलत है। उन्होंने कांवड़ियों को आतंकवादी कहने वाली टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह आस्था का अपमान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सावन का पवित्र महीना चल रहा है, कांवड़ यात्रा प्रारंभ है, जिसमें श्रमिक, व्यापारी, छोटे-बड़े सभी समान रूप से यात्रा में शामिल होते हैं। इस दौरान कांवड़ियों के खिलाफ भ्रामक प्रचार और मीडिया ट्रायल निंदनीय है। यह भारत की सांस्कृतिक विरासत का अपमान है और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास है। उन्होंने जौनपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशासन ने ताजिया की उचाई तय की थी, क्योंकि लोगों की मांग थी की रास्ते में आने वाले तार और पेड़ काटे जाएं। लेकिन एक दिन के लिए बिजली नहीं काटी जा सकती और पेड़ नहीं काटे जा सकते। बावजूद इसके कुछ लोगों ने नियमों की अवहेलना की और हादसा हो गया।